शुक्रवार, 3 मार्च 2017

यदि कोंग्रेस को अपना पतन रोकना है तो कुछ कदम उठाने चाहिए।

यदि कोंग्रेस को अपना पतन रोकना है तो निम्न कदम उठाने चाहिए।
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१. कोंग्रेस को अयोध्या में राम, मथुरा में कृष्ण और काशी में विश्वनाथ मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाने की मांग करनी चाहिए तथा इसके लिए आवश्यक "कानून ड्राफ्ट" को सार्वजनिक करना चाहिए।
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२. कोंग्रेस को हिन्दू धर्म के प्रशासन को सिक्ख धर्म की तरह मजबूत बनाने के लिए आवश्यक "कानून ड्राफ्ट" को सार्वजनिक करना चाहिए। तथा बीजेपी से इसे लागू करने की मांग करनी चाहिए।
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३. कोंग्रेस को 2 करोड़ मुस्लिम बांग्लादेशी घुसपेठियो को देश से बाहर खदेड़ने के लिए तथा गौ हत्या निषेध के लिए आवश्यक "क़ानून ड्राफ्ट" को सार्वजनिक करना चाहिए तथा बीजेपी से इसे लागू करने की मांग करनी चाहिए।
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४. कोंग्रेस को देश में जनसँख्या के बिगड़ते धार्मिक संतुलन को रोकने के लिए आवश्यक "टू चाइल्ड पॉलिसी" का "क़ानून ड्राफ्ट" सार्वजनिक करना चाहिए तथा बीजेपी से इसे लागू करने की मांग करनी चाहिए।
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कोंग्रेस इन मुद्दों को लेकर देशव्यापी प्रदर्शन करे, रेलियाँ करे, धरने दे, लगातार बयान दे और अपने सांसदों को इकट्ठा करके यह निर्देश दे कि यदि बीजेपी इन मुद्दों को सुलझाने के लिए क़ानून बनाती है तो कोंग्रेस के सभी सांसद सदन में इन कानूनों के पक्ष में खुला मतदान करेंगे।
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साथ ही कोंग्रेस के कुछ नेता भी सांकेतिक रूप से भगवा कपडे पहनने लगे, जय श्री राम के नारे लगाए और नियमित तौर पर 'हिन्दू धर्म को बचाना है बचाना है' टाइप के बयान दे।
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यदि कोंग्रेस इन मुद्दों को उठाती है तो बीजेपी जनता के सामने हिन्दुवाद के मुद्दे पर एक्सपोज हो जायेगी, और बीजेपी को वोटो का भारी नुक्सान होगा। क्योंकि यह 100% तय है कि कोंग्रेस इन मुद्दों का समर्थन भी कर दे बीजेपी इन समस्याओ को हल करने के लिए क़ानून नहीं बनाने वाली है।
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क्यों ?
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क्योंकि राम मंदिर न बनाने के लिए सउदी अरेबिया से जो हफ़्ता आता है, सत्ता में आने के बाद यह पैसा अब भाजपा के नेताओं की जेब में जा रहा है ।
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यदि भाजपा कोंग्रेस के दबाव में ये क़ानून लागू करती है तो क्रेडिट कोंग्रेस को मिलेगा तथा कोंग्रेस की हिन्दू विरोधी की छवि टूटेगी और इससे कोंग्रेस के वोट बढ़ेंगे , और यदि भाजपा माँगो को ख़ारिज कर देती है तो भी कोंग्रेस को बढ़त मिलेगी और भाजपा गँवाएगी ।